अफ्तार अहमद फर्स्ट एडिटर न्यूज़ सुल्तानपुर
सुलतानपुर। जश्ने ईद मिलादुन्नबी के 1500 साला के मौके पर सुल्तानपुर शहर में ऐतिहासिक सुबहे बहारॉ का दावते
का इस्लामी जुलूस निकाला गया। जुलूस की कयादत क़ाज़ी-ए-शहर मौलाना अब्दुल लतीफ इमाम जामा मस्जिद व मौलाना मोहम्मद अहमद वारसी प्रिंसिपल जामे अरबिया ने की। जुलूस सुबह बाद नमाज़ फज्र लगभग 6 बजे सुबह जामा मस्जिद चौक से निकल कर, जी एन रोड, पोस्ट ऑफिस चौराहा, नॉर्मल चौराहा, पलटन बाजार, राहुल चौराहा, बाधमंडी, अन्नू चौराहा, खैराबाद, दरियापुर तिराहा से होते हुए जमाल गेट जामे अरबिया में खत्म हुआ। इस मौके पर शहर की गलियां “जश्ने आमदे रसूल”, “मोहम्मद मुस्तफा”, “ताजदारे रिसालत”, “खातेमुन नबीयीन” और “नबी-ए-कौनैन” की शान में लगाए गए गगनचुंबी नारों से गूंज उठीं।
जुलूस में हर वर्ग के लोग उत्साह और श्रद्धा के साथ शामिल हुए। इसमें प्रमुख रूप से हाजी मो. इलियास खान महासचिव जिला सुरक्षा संगठन, मीडिया प्रभारी अफ्तार अहमद, जावेद अहमद, अरबाब अहमद, अहलेबैत इंतजामिया कमेटी के गुलाम मोइनुद्दीन, सिराज अहमद, जफर उल्ला, रियाज़ अहमद उर्फ लड्डू आदि मौजूद रहे। जुलूस के आयोजन और सफलता में हाजी मेराज अहमद का विशेष सहयोग उल्लेखनीय रहा।
शहर में जुलूस के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। SDM सदर बिपिन कुमार द्विवेदी, CO सिटी प्रशांत सिंह और नगर कोतवाल इंस्पेक्टर धीरज कुमार ने सुरक्षा की कमान संभाली और पूरे मार्ग पर पुलिस बल तैनात रहा। वहीं नगर पालिका परिषद की चेयरमैन लाल परवीन अग्रवाल व ईओ लाल चंद सरोज ने सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कर आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
धार्मिक सौहार्द, भाईचारे और अमन-ओ-चैन का संदेश देते हुए निकला यह जुलूस शहर की ऐतिहासिक पहचान बन गया।