अफ्तार अहमद फर्स्ट एडिटर न्यूज़ सुल्तानपुर
नगर पंचायत लंभुआ में पैग़म्बर-ए-इस्लाम हज़रत मोहम्मद ﷺ का 1500वां जन्मदिन बड़े ही अकीदत और उत्साह के साथ मनाया गया। सुबह का आग़ाज़ जामा मस्जिद गौसिया अंजुमन गुलशन-ए-मदीना स्टेज पर परचमकुशाई के साथ हुआ। इसके बाद सुबह 9:30 बजे जामा मस्जिद गौसिया से जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला गया, जो बड़ी शान-ओ-शौकत के साथ कस्बे के विभिन्न रास्तों से गुज़रा। इस दौरान “मरहबा या मुस्तफ़ा” की सदाओं से पूरा लंभुआ कस्बा गूंज उठा।
जुमा की नमाज़ के बाद विभिन्न जिलों से आए अंजुमनों ने अलग-अलग स्टेजों पर नात और कलाम पेश किए। अंजुमनों की पेशकश ने श्रोताओं को ख़ूब प्रभावित किया। आयोजकों ने सभी अंजुमनों को उनकी उत्कृष्ट प्रस्तुति पर पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
लंभुआ में लगे स्टेजों में अंजुमन 786 बहारे मदीना (आयोजक नूर एम.डी), अंजुमन आशिकाना मुस्तफ़ा (आयोजक मोहम्मद उस्मान इदरीसी), अंजुमन गुलशन-ए-मदीना (आयोजक खुर्शीद अहमद फारूकी), अंजुमन फैज़ाने मुस्तफ़ा (आयोजक सुफियान खान व इमरान सिद्दीकी), अंजुमन फिदा-ए-रसूल (आयोजक अफसर अली), अंजुमन खुशबू-ए-मदीना (आयोजक सरताज अहमद इदरीसी), टीम ज़ुल्फ़िकार-ए-मुस्तफ़ा (आयोजक अरमान अली), अंजुमन राजा-ए-मुस्तफ़ा (आयोजक अब्दुल फारूक) समेत कई अंजुमनों ने हिस्सा लिया और कार्यक्रम की रौनक बढ़ाई।
आयोजक वाजिद हुसैन फारूकी व उनकी कमेटी ने कार्यक्रम की सकुशल सम्पन्नता पर प्रशासन और सहयोगियों का तहेदिल से शुक्रिया अदा किया।
इस मौके पर शहीद वीर अब्दुल हमीद के अध्यक्ष मकबूल अहमद नूरी,हाजी जाहिद हुसैन फारूकी, सिराजुद्दीन सिद्दीकी, मोहम्मद हसन फारूकी, शाहिद सिद्दीकी, गुलाम दस्तगीर कादरी, अनीश अहमद फारूकी, सुशील बरनवाल, बृजकिशोर साहू सहित बड़ी तादाद में गणमान्य लोग और समाजसेवी मौजूद रहे। पूरी रात तक चले इस प्रोग्राम ने ईमान, मोहब्बत और भाईचारे का संदेश दिया।