अफ्तार अहमद फर्स्ट एडिटर न्यूज़ सुल्तानपुर
सुल्तानपुर। अमहट में रविवार रात और सोमवार सुबह करबला के 72 शहीदों की याद में अंजुमन जीनतुल अजा रजिस्टर्ड अलीगढ़ (अमहट) की ओर से बड़े ही शान व अकीदत के साथ मजलिस और जुलूस का आयोजन किया गया। रविवार रात 8 बजे हुसैनिया बख्शी खां गोराबारिक, अमहट में मजलिस हुई, जिसमें पेशख्वानी महफूज सुलतानपुरी, फखरी मेरठी, सज्जाद हल्लौरी और चन्दन फैजाबादी ने की, जबकि मौलाना काजी मोहम्मद असकरी (दिल्ली) ने मजलिस को खिताब किया। संचालन अनीस जायसी ने किया। इसके बाद रातभर तरही शब्बेदारी आयोजित हुई, जिसमें मुकामी अंजुमनों के अलावा अंजुमन इमामिया महाराष्ट्र, अंजुमन अब्बासिया फैजाबाद और अंजुमन हैदरिया सेखुआपुर ने नौहा ख्वानी व मातम पेश किया। जुलूस में 110 पंजों का अलम भी लगाया गया।
सोमवार सुबह 6 बजे करबला के 72 शहीदों के 72 ताबूत व अलम का जुलूस निकाला गया, जो अमहट चौराहे से रायबरेली रोड होते हुए करबला अमहट पर जाकर समाप्त हुआ। दौराने जुलूस मौलाना रविश सीराजी (जौनपुर), मौलाना गुलजार हुसैन जाफरी (तारागढ़ अजमेर), मौलाना मोहम्मद मेहदी अकबरपुरी, मौलाना इमरान खान सुलतानपुरी, मौलाना मूनिस हैदर सुलतानपुरी और मौलाना आगा नजफी सुलतानपुरी ने तकरीर की।