महिला उत्पीड़न के मामलों को लेकर उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ प्रियंका मौर्या ने तहसील गौरीगंज सभागार में की जनसुनवाई
प्राप्त शिकायतों का संबंधित अधिकारियों को समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करने के दिए निर्देश
महिला उत्पीड़न के मामलों में संवेदनशीलता जरूरी……डॉ. प्रियंका मौर्या
शासन की योजनाओं का लाभ सभी पात्र महिलाओं तक पहुंचाएं अधिकारी…….डॉ प्रियंका मौर्या
गौरीगंज (अमेठी)।14 मई 2025, उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. प्रियंका मौर्या ने आज तहसील गौरीगंज सभागार में महिला उत्पीड़न से संबंधित मामलों की जनसुनवाई की। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं अपनी शिकायतों के साथ उपस्थित हुईं। जनसुनवाई के दौरान डॉ. मौर्या ने घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, कार्यस्थल पर शोषण, संपत्ति विवाद, मानसिक उत्पीड़न जैसे गंभीर मामलों को व्यक्तिगत रूप से सुना और प्रत्येक शिकायतकर्ता को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को उनके अधिकार दिलाने और उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में महिला आयोग पूरी तरह समर्पित है। डॉ. मौर्या ने संबंधित प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध, निष्पक्ष और प्रभावी समाधान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि महिलाएं समाज की रीढ़ हैं, और उनका सशक्तिकरण तभी संभव है जब उन्हें न्याय, सुरक्षा और सम्मान मिले। जनसुनवाई के दौरान कुछ मामलों में मौके पर ही समाधान भी निकाला गया। कई मामलों में संबंधित पुलिस थानों को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए गए। वहीं, लंबित मामलों में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए समय-सीमा निर्धारित की गई। डॉ. मौर्या ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक शिकायत पर फॉलोअप कार्यवाही सुनिश्चित की जाए और शिकायतकर्ता को उसकी जानकारी भी दी जाए। इस मौके पर उन्होंने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि डरने की जरूरत नहीं है। कानून आपके साथ है और महिला आयोग हर उस महिला के साथ खड़ा है जो किसी भी प्रकार के उत्पीड़न का शिकार हो रही है। उन्होंने महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों की जानकारी दी और उन्हें जागरूक रहने के लिए प्रेरित किया। डॉ. मौर्या ने यह भी कहा कि आयोग का उद्देश्य केवल सुनवाई करना नहीं, बल्कि पीड़िता को न्याय दिलाना है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए की शासन द्वारा संचालित योजनाओं से पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित किया जाए। इस जनसुनवाई में जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, महिला कल्याण विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सहित कई अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। जनसुनवाई के अंत में डॉ. मौर्या ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्राप्त शिकायतों पर सतत निगरानी रखी जाए और महिलाओं की सुरक्षा व अधिकारों की रक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। महिलाओं ने इस पहल की सराहना की और कहा कि ऐसे आयोजनों से उन्हें न केवल उम्मीद मिलती है, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है। आज जनसुनवाई के दौरान कुल 19 महिलाओं ने आयोग की सदस्य के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज कराईं जिनमें से तीन शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अर्पित गुप्ता, उपजिलाधिकारी गौरीगंज प्रीति तिवारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अंशुमान सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकार गौरीगंज अखिलेश वर्मा, जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल कुमार मौर्य, जिला सूचना अधिकारी शिव दर्शन यादव, डीपीआरओ मनोज त्यागी, जिला कार्यक्रम अधिकारी संतोष कुमार श्रीवास्तव, बीएसए संजय तिवारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।